Imran Khan Arrest: पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ (Shehbaz Sharif) ने इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद मचे बवाल को लेकर बुधवार (10 मई) को देश को संबोधित किया.
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान (Pakistan) के 75 साल के इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ था. एंबुलेंस से मरीजों को निकालकर आग लगाया गया. 75 साल में पाक का जो असली दुश्मन नहीं कर पाया वो उन लोगों ने कर दिखाया. मुल्क दुश्मन और दहशतर्गदों को चेतावनी देते हूं कि कानून हाथ में लेने वालों से सख्ती से निपटा जाएगा.
शहबाज शरीफ ने अपने संबोधन में बार-बार इमरान खान को इमरान नियाजी कहकर संबोधित किया. उन्होंने कहा कि इमरान के जालिम शासन में गिरफ्तारी हो जाती थी. इमरान के शासन में बदले की कार्रवाई होती थी. इमरान नियाजी की सरकार में चार सालों में मुकदमा नहीं, चेहरा देखा जाता था कि किसकों जेल भिजवाना है. इमरान नियाजी कहते थे कि कल एक विकेट गिरेगी, तो वो विकेट गिर जाती थी.
“हमने कानून का सामना करने से मना नहीं किया”
पाकिस्तान के पीएम ने आगे कहा कि कई विपक्ष के नेता इमरान नियाजी की सरकार में जेल में थे. महज इल्जाम लगाने पर ही गिरफ्तारी हो जाती थी. राणा सनाउल्लाह पर 15 किलो हीरोइन डाल दी गई. हम और हमारे साथी नैब की पेशियां भुगत रहे हैं. हम पर जितने आरोप लगाए थे, उनमें से एक भी सही साबित नहीं हुआ. पाक ही नहीं ब्रिटेन से भी जांच कराई गई. ब्रिटेन की एजेंसी ने हमें क्लीन चिट दी. हमने कानून का सामना करने से कभी मना नहीं किया. कानून और अदालत के सामने हमेशा पेश होते रहे.
“सरकारी-निजि संपत्ति को नुकसान पहुंचाना मुल्कदुश्मनी है”
शरीफ ने कहा कि सरकारी और निजि संपत्ति को नुकसान पहुंचाना मुल्कदुश्मनी है. इमरान नियाजी की गिरफ्तारी भ्रष्टाचार के एक मामले में हुई है. 60 अरब के मामले को कैसे लिफाफे में बंद करके, कैबिनेट से मंजूर कराया गया, ये एक संगीन सवाल है. किसी भी गिरफ्तारी पर हम खुशी का इजहार नहीं कर सकते. ये एक जिंदगी का तल्ख लमहा होता है जिसे हम गुजर हो चुके हैं. इमरान नियाजी और पीटीआई ने सरकारी और निजि संपत्ति को नुकसान पहुंचाकर मुल्कदुश्मनी का जुर्म किया है.
पाकिस्तान में हालात बेकाबू
पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान को मंगलवार को गिरफ्तार किया गया था. जिसके बाद पाकिस्तान के कई शहरों में बवाल शुरू हो गया था. इस दौरान खूब आगजनी और तोड़फोड़ की गई. कई लोगों के हताहत होने की भी खबर है. प्रदर्शनकारियों ने सेना के अधिकारियों के आवासों को भी निशाना बनाया है. पाकिस्तान की एक अदालत ने इमरान खान को बुधवार को तोशाखाना भ्रष्टाचार मामले में दोषी करार दिया है.