भारत में हो रहे हॉकी वर्ल्ड कप से फैंस की उम्मीदें बढ़ गई हैं और लोगों की चाहत है कि भारतीय टीम इस विश्व चैंपियन जरूर बने। होम ग्राउंड पर भारतीय टीम ने अभी तक तीन मैच खेले हैं और दो में जीत हासिल की है।
जबकि इंग्लैंड के साथ हुआ मैच ड्रॉ हो गया था। इसी वजह से इंग्लैंड और भारत के 7-7 प्वाइंट हो गए। लेकिन इंग्लैंड की टीम ने ज्यादा गोल किए हैं जिसकी वजह से वे क्वार्टर फाइनल में पहुंच गए जबकि भारत को न्यूजीलैंड के साथ क्रॉस ओवर मुकाबला खेलना होगा और यह मैच 22 जनवरी को खेला जाएगा।
कैसा रहा है भारत का सफर
हॉकी वर्ल्ड कप में भारतीय टीम का पहला मुकाबला स्पेन के खिलाफ हुआ जिसमें भारत ने स्पेन को 2-0 से हरा दिया था। इसके बाद दूसरा मैच इंग्लैंड के साथ खेला गया और यह मैच ड्रॉ हो गया। तीसरा और लीग का लास्ट मैच भारत बनाम वेल्स के बीच खेला गया जिसमें भारतीय टीम ने 4-2 से जीत दर्ज की थी। इससे भारत भले ही पूल डी में दूसरे नंबर पर है लेकिन वह क्वार्टर फाइनल में नहीं पहुंच पाया।
न्यूजीलैंड से होगा क्रासओवर मैच
न्यूजीलैंड की टीम पूल सी में तीसरे पोजीशन पर है और भारत से उसका क्रासओवर मैच होगा। इस मुकाबले में जो भी टीम जीतेगी वह क्वार्टर फाइनल में पहुंचेगी और जो टीम हारेगी उसका वर्ल्ड कप का सफर समाप्त हो जाएगा। भारत बनाम न्यूजीलैंड के बीच यह मुकाबला 22 जनवरी को खेला जाएगा। दोनों टीमों के बीच यह मैच भारतीय समयानुसार शाम 7 बजे खेला जाएगा। भुवनेश्वर के कलिंग स्टेडियम में यह मैच खेड्यूल है।
47 साल के बाद है मौका
भारतीय टीम ने 1975 में हॉकी वर्ल्ड कप का खिताब जीता था और भारत की धरती पर हो रहे विश्वकप से यह उम्मीद बढ़ गई है कि भारत फिर से चैंपियन बने। ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक लगातार टीम की जीत के लिए उत्साहवर्धन कर रहे हैं। वहीं भारतीय दर्शक भी लगातार टीम का हौसला बढ़ाने के लिए पहुंच रहे हैं।