Himachal Pradesh में हो रही भारी बारिश ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है. बारिश से प्रदेश को भारी नुकसान हुआ है. अब तक 24 लोगों की जान जा चुकी है. वहीं, राज्य को करीब 242 करोड़ का नुकसान हुआ है.
प्रदेश की कई सड़कें भूस्खलन की वजह से बंद पड़ी है. पढ़िए पूरी खबर…
शिमला: हिमाचल प्रदेश में मानसून का रौद्र रूप देखने को मिल रहा है. मानसून सीजन के शुरुआत में ही बारिश कहर बरपा रही है. प्रदेश में बारिश से जानमाल को भारी नुकसान हो रहा है. हिमाचल में बारिश से अब तक 242 करोड़ से अधिक का नुकसान आंका गया है. वहीं, इस मानसून सीजन में अब तक 24 लोगों की जान चली गई है. राज्य में अभी भी दर्जनों सड़कें बंद पड़ी हुई हैं, जिससे इन इलाकों में यातायात सुविधाएं बाधित हुई हैं.
भूस्खलन से कई सड़कें बंद: हिमाचल में भारी बारिश से जगह-जगह भूस्खलन होने से कई सड़कें बंद हो गई हैं. राज्य के विभिन्न हिस्सों में अभी भी 60 सड़कें बंद पड़ी हैं, जिनमें अधिकतर सड़कें ग्रामीण इलाकों में हैं. प्रदेश में सबसे ज्यादा 34 सड़कें लोक निर्माण विभाग के मंडी जोन के तहत बंद हैं. जबकि शिमला जोन के तहत भी 12 सड़कें बंद पड़ी हुई हैं. इसके अलावा कांगड़ा जोन के तहत 5 सड़कें और हमीरपुर जोन के तहत 9 सड़कें अभी भी अवरूद्ध पड़ी हुई हैं.
लोक निर्माण विभाग की 141 मशीनें तैनात: सड़के बंद होने के चलते इन इलाकों के लोगों को आवागमन में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. लोक निर्माण विभाग सड़कों को बहाल करने का काम कर रहा है. लोक निर्माण विभाग ने सड़कों को बहाल करने के लिए 141 मशीनें तैनात कर रखी हैं. विभाग के मुताबिक अगले दो दिनों में सभी बंद पडी सड़कों को बहाल कर दिया जाएगा. बारिश से अब तक लोक निर्माण विभाग को 113.19 करोड़ का नुकसान आंका गया है, जो अभी और भी बढ़ने की आशंका है.
जल शक्ति विभाग की कई परियोजनाएं बंद: भारी बारिश से जल शक्ति विभाग के तहत 1635 परियोजनाएं क्षतिग्रस्त हुई है, जिनमें करीब 1318 पेयजल परियोजनाए है, जिनको बहाल करने का काम जारी है. अभी तक जल शक्ति विभाग ने 1308 परियोजनाएं बहाल की हैं. इसके बाद भी अभी 10 परियोजनाएं बंद हैं. इसके अलावा सिंचाई की भी 284 परियोजनाएं बारिश से क्षतिग्रस्त हुई है. सीवरेज की 23 व 10 अन्य परियोजनाओं को भी बारिश से नुकसान पहुंचा हैं. विभाग को अब तक करीब 100.97 करोड़ का नुकसान आंका गया है.
बारिश ने ली 24 लोगों की जान: प्रदेश में भारी बारिश से संपत्तियों को नुकसान के साथ जानलेवा भी साबित हो रही है. मानसून में अब तक 24 लोग अपनी जान गवां चुके हैं. इनमें शिमला जिला में सबसे अधिक 7 लोगों की मौत हुई है. चंबा जिला में 4 लोगों की, जबकि हमीरपुर और कुल्लू में 3-3 लोगों की मौत हुई है. मंडी और सोलन में 2-2 लोगों की मौत हुई है. इनके अलावा कांगड़ा, किन्नौर और ऊना में भी एक-एक लोगों की जान गई हैं. मानसून की बारिश में भूस्खलन और अन्य दुर्घटनाओं की वजह से अब तक 43 लोग भी घायल हुए हैं. जबकि 352 भेड़-बकरियों व पशुओं की मौत इस बरसात में हुई हैं.
46 मकान और 21 पशुशाला क्षतिग्रस्त: भारी बारिश की चपेट में रिहायशी व अन्य घर भी आ रहे हैं. प्रदेश में बीते एक हफ्ते में 46 मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं, जिनमें 6 मकान पूरी तरह से जबकि 40 मकानों को आंशिक तौर पर नुकसान पहुंचा है. इनके अलावा 2 दुकान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हुई है . भारी बरसात में प्रदेशभर में 21 गौशालाएं भी ढह गई हैं.