टीम इंडिया के चीफ सेलेक्टर के तौर पर जिस नाम के कयास लगाए जा रहे थे, मुहर भी उसी पर लगी. अजीत अगरकर भारतीय मेंस क्रिकेट टीम के नए चीफ सेलेक्टर चुने गए. BCCI की क्रिकेट सलाहकार समिति ने 4 जुलाई को अगरकर के नाम का ऐलान किया.

अगरकर इससे पहले IPL टीम दिल्ली कैपिटल्स से जुड़े थे. वो वहां असिस्टेंट कोच की भूमिका में थे. लेकिन अब वो टीम इंडिया के चीफ सेलेक्टर हैं और इस रोल में उनकी जिम्मेदारियां और चुनौतियां सब अलग होंगी. फिलहाल, वो 5 चैलेंज कौन से हैं, जो अगरकर के सामने मुंह बाए खड़े हैं, आइए उस पर नजर डालते हैं.
टीम इंडिया का अगला कप्तान कौन? : ये सवाल भारतीय टीम के नए चीफ सेलेक्टर के सामने सबसे बड़ा होगा. रोहित शर्मा की उम्र ढल रही है. उनके उम्र का असर उनकी फिटनेस और फॉर्म पर भी हो रहा है. फिलहाल तो रोहित भारतीय टीम के कप्तान हैं. वर्ल्ड कप तक रहेंगे भी. लेकिन सवाल है कि वो नहीं तो कौन? जवाब चीफ सेलेक्टर अजीत अगरकर को ढूंढ़ना है.

खिलाड़ियों का वर्कलोड: एक बेहतर टीम बनाने के लिए सबसे जरूरी होता है खिलाड़ियों का वर्कलोड मैनेज करना. भारत को आने वाले समय में अभी कई बड़ी सीरीज और टूर्नामेंट खेलने हैं. ऐसे में भारतीय टीम के नए चीफ सेलेक्टर के सामने ये एक बड़ी चुनौती होगी. दरअसल, ऐसा कर ही वो एक मजबूत और फिट टीम इंडिया बना सकते हैं.

T20 टीम को तैयार करना: इस साल अगर वनडे का वर्ल्ड कप है तो अगले साल यानी 2024 में T20 का भी वर्ल्ड कप खेला जाना है. और, उसके लिए मजबूत टीम बनाने और उसे चुनने का चैलेंज अजीत अगरकर के सामने होगा.

टीम इंडिया में बदलाव का दौर: भारतीय टीम के कई खिलाड़ी करियर के आखिरी पड़ाव पर हैं. ऐसे में अभी नहीं लेकिन वनडे वर्ल्ड कप के बाद टीम इंडिया में बदलाव का दौर शुरु हो सकता है. मतलब सीनियर खिलाड़ियों को को साइड कर उनकी जगह युवा खिलाड़ियों को वो जिम्मेदारी दी जा सकती है, जिससे भारतीय क्रिकेट को आगे ले जाया जा सके. लेकिन ये काम एकाएक नहीं हो सकता. ये एक प्रक्रिया होगी, जिसे लेकर रणनीति अजीत अगरकर को ही बनानी पड़ेगी.

एशिया कप और वनडे वर्ल्ड कप की टीम: चीफ सेलेक्टर बने अजीत अगरकर के सामने अभी दो टूर्नामेंट के लिए टीम चुनने का सबसे बड़ा चैलेंज होगा. एक एशिया कप और दूसरा वनडे वर्ल्ड कप. उनके किए सेलेक्शन से ही इन दोनों टूर्नामेंट भारत की तकदीर का फैसला होगा

By Ajay Thakur

Ajay Thakur, a visionary journalist and the driving force behind a groundbreaking news website that is redefining the way we consume and engage with news.