12 july Live weather Update :देश के कई राज्यों में मानसूनी बारिश ने तबाही मचा दी है। कई नदी नाले उफान पर है तो कई सड़कों पर पानी भरने की वजह से आवाजाही प्रभावित हो रही है।
सबसे ज्यादा हिमाचल प्रदेश में हालात बदतर हो गए हैं। आज हिमाचल प्रदेश में बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। हिमाचल में 17 जुलाई तक भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। दिल्ली में आज भी बारिश होने का अनुमान लगाया गया है। यमुना के किनारे से लोग हटाए गए हैं। यूपी के 51 जिलों में आज बारिश का अलर्ट है। हरियाणा के करनाल में भी बाढ़ के हालात हैं। लोगों को नदियों के पास न जाने की चेतावनी जारी की गई है।
यमुना का बढ़ता जलस्तर दिल्ली को डरा रहा है। राजधानी में 1978 की बाढ़ जैसे हालात बनने की नौबत आ गई है। आज सुबह यमुना का पानी 207 मीटर को पार कर गया है। सुबह 6 बजे यमुना का जलस्टर 207.14 मीटर था। जबकि 1978 में जब बाढ़ आई थी तब यमुना का पानी 207.49 मीटर था। यानि दिल्ली में 45 साल पुराना रिकॉर्ड टूटने वाला है।
अब तक 80 की मौत
हिमाचल प्रदेश समेत अन्य राज्यों में आई आसमानी आफत यानी जल प्रलय से अब तक करीब 80 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। भारी बारिश की वजह से हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर, दिल्ली, हरियाणा और पंजाब ज्यादा प्रभावित।
Heavy tragedy due to floods and rains in Himachal देश के कई राज्यों में मानसूनी बारिश ने तबाही मचा दी है। कई नदी नाले उफान पर है तो कई सड़कों पर पानी भरने की वजह से आवाजाही प्रभावित हो रही है। सबसे ज्यादा हिमाचल प्रदेश में हालात बदतर हो गई है। यहां 3 दिनों से हो रही भारी बारिश से कई चीजों को नुकसान पहुंचाया है। भारी बारिश की वजह से यहां कई दुकानें और कारें पानी में बह गई। वहीं मंडी जिले से चंडीगढ़ और मनाली नेशनल हाइवे लैंडस्लाइड के कारण बंद कद दी गई है। हांलकि अब थोड़ी बारिश से राहत मिली है।
Heavy tragedy due to floods and rains in Himachal वहीं कुल्लू की खराहल घाटी के बुरगणी नाला और लगघाटी की डुघीलग खणीपांद में बादल फटने से प्लम, जापानी फल और उपजाऊ भूमि को नुकसान हुआ है। जलस्तर कम होने से ब्यास में नौ शव मिले हैं। सेऊबाग में चार, भुंतर और जिया में दो-दो और टलोगी में एक शव बरामद हुआ है। जिले के मनाली, मणिकर्ण और बंजार घाटी में 17,000 पर्यटक अभी भी फंसे हैं। हालांकि अब कुल्लू-मनाली के बीच वैकल्पिक मार्ग खुलने से पर्यटक धीरे-धीरे निकलने लगे हैं। शाम तक मनाली से 800 पर्यटक वाहन मंडी निकाले गए। उधर, सिरमौर जिले के उपमंडल संगड़ाह के डूंगी गांव में निर्मला देवी (35) उर्फ गुड्डी घर के समीप बने शौचालय के बाहर नल से हाथ धो रही थी कि पहाड़ी से गिरे मलबे की चपेट में आ गई, जिससे उसकी मौत हो गई। वहीं, शिमला के रोहड़ू में ढहे घर के मलबे में दबने से भी एक महिला की मौत हो गई है।
हिमाचल प्रदेश में इस समय 1239 सड़कें और 3 नेशनल हाइवे बंद हैं। प्रदेश में 2577 बिजली ट्रांसफार्मर बाधित और 1418 जगहों पर वाटर सप्लाई स्कीम बाधित है। इस बीच, भारी बारिश के कारण अत्यधिक क्षति होने के बाद राज्य शिक्षा विभाग ने अपने मानसून और ग्रीष्मकालीन अवकाश में फेरबदल करने का निर्णय लिया है। आदेश के अनुसार, कुल्लू जिले में 23 दिन का मानसून अवकाश 23 जुलाई से 14 अगस्त की बजाय 10 जुलाई से एक अगस्त तक कर दिया गया है।