हर माता-पिता का सपना होता है कि उसकी बेटी जिस घर में शादी करके जाएं वहां हमेशा सुखी रहें और उसे किसी भी चीज की कमी न हो। विवाह एक ऐसा बंधन है जिसमें सिर्फ लड़का और लड़की ही नहीं, बल्कि दो परिवारों का बंधन होता है।
एक लड़की को ससुराल के साथ-साथ मायके के हर एक रस्म और रीति-रिवाज को बखूबी निभाने पड़ते हैं। बेटी की शादी करने के बाद भी माता-पिता जिदंगी भर किसी न किसी रस्म को निभाते जरूर है, जिससे बेटी और दामाद के जीवन में किसी तरह का दुख-दर्द न आएं। बेटी जब मायके आती है, तो मां उसे हर एक छोटी से छोटी चीज बांधकर दे देते हैं, जिससे कि उसे किसी से मांगना न पड़े या फिर खुद मेहनत न करना पड़ें।
कई बार इसी प्यार के चलते ऐसी गलती कर देते हैं जिसके असर लड़की के साथ-साथ मायके के लोगों को भी झेलना पड़ता है। बड़े-बुजुर्ग कई बातों को हमेशा कहते चले आते हैं कि हमें शादी के बाद बेटी को क्या नहीं देना चाहिए और देना चाहिए। इसी क्रम में बड़े-बुजुर्ग हमेशा कहते हैं कि शादीशुदा बेटी को कभी भी आचार या फिर खट्टी चीजें नहीं देना चाहिए। लेकिन इसे हम एक अंधविश्वास मानकर अनसुना कर देते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आखिर क्यों शादीशुदा बेटी को आचार आदि नहीं देना चाहिए।
इस कारण शादीशुदा लड़की को नहीं देना चाहिए आचार
वेद-शास्त्रों की मान्यताओं के अनुसार, बेटी को कभी भी आम, नींबू, मिर्च या किसी भी तरह का अचार नहीं देना चाहिए। माना जाता है कि ऐसा करने से लड़की के साथ-साथ मायके वालों को कई मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। जिस घर में बेटी को अचार दिया जाता है। उस घर में बेटी कभी सुखी नहीं रह सकती हैं। उसको मानसिक, शारीरिक या फिर आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ससुराल में किसी न किसी कारण इसे परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसके साथ ही घर के सदस्यों से किसी न किसी बात पर अनबन होती रहती है। वहीं मायके पक्ष में माता-पिता को शारीरिक कष्ट का सामना करना पड़ता है। इसके साथ ही पैसों की तंगी बनी रहती है। इसलिए कभी भी शादीशुदा बेटी को आचार नहीं देना चाहिए।
विदाई के समय बेटी को ये चीजें नहीं देना चाहिए
शास्त्रों के अनुसार, विदाई के समय भी बेटी के साथ कुछ चीजों को नहीं देना चाहिए, क्योंकि इससे इसके सुखद जीवन में कोई न कोई परेशानी बनी रहती है। इसलिए बेटी को कभी भी सुई, झाड़ू, छलनी, मिर्च आदि नहीं देना चाहिए।