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रिज़र्व बैंक का फैसला, 2000 रुपये का नोट चलन से बाहर, आपके हर सवाल का जवाब यहां

रिज़र्व बैंक ने 2000 रुपये के नोटों को सर्कुलेशन से बाहर करने का एलान किया है.

शुक्रवार को जारी अपने बयान में आरबीआई ने कहा है कि ये नोट वैध रहेंगे और 30 सितंबर 2023 तक इन्हें बैंकों में जमा कराया जा सकता है.

बयान में कहा गया है कि लोग 2000 के नोट अपने बैंक खाते में जमा कर सकते हैं या किसी भी बैंक की शाखा में जाकर अपने नोट बदल सकते हैं.

1- आगे क्या होगा?

2000 रुपये के नोटों के सर्कुलेशन से बाहर होने के बाद भी ये नोट वैध रहेंगे. आरबीआई के अनुसार, 30 सितंबर 2023 तक इन्हें बैंकों में जमा कराया जा सकता है और नोटों की बदली की जा सकती है.

2- आरबीआई के ताज़ा नियम क्या हैं?

आरबीआई ने बैंकों से नए 2000 के नोट जारी करने पर तुरंत रोक लगाने को कहा है. नोटों की बदली के लिए सभी बैंकों को निर्देश भेज दिए गए हैं.

3- 2000 के नोट जमा करने या बदलने के क्या हैं नियम?

लोग अपने बैंक खाते में 2000 के नोट जमा कर सकते हैं या किसी भी बैंक की शाखा में जाकर अपने नोट बदल सकते हैं. 23 मई 2023 से किसी भी बैंक में एक बार में 20,000 रुपये तक के 2000 के नोट बदले जा सकते हैं. नोट बदली के लिए कोई अतिरिक्त शुल्क या फ़ीस नहीं ली जाएगी.

4- 30 सितम्बर 2023 के बाद 2000 नोटों का क्या होगा?

आरबीआई ने कहा है कि 30 सितंबर 2023 तक 2000 के नोटों को जमा किया या बदला जा सकता है. हालांकि आरबीआई ने ये साफ़ नहीं किया है कि इसके बाद क्या होगा. ये संभावना है कि आरबीआई इस बारे में कोई नया दिशा निर्देश जारी करे.

5- इस समय बाज़ार में कितने हैं 2000 रुपये के नोट?

31 मार्च 2023 को 3.62 लाख करोड़ रुपये मूल्य के ही 2000 के नोट बाज़ार में चलन में थे. इन नोटों का सर्वाधिक सर्कुलेशन 31 मार्च 2018 को 6.73 लाख करोड़ रुपये था जो कुल नोटों का क़रीब 10 प्रतिशत है.

6- आरबीआई ने 2000 रुपये के नोट पहले ही छापना बंद कर दिया था?

आरबीआई एक्ट 1934 की धारा 24 (1) के तहत पहली बार 2000 के नोट नवंबर 2016 में जारी किए गए थे. तब 500 रुपये और 1000 रुपये के नोट बंद किए जाने के बाद अर्थव्यवस्था में मुद्रा ज़रूरतों को पूरा करने के लिए 2000 के नोट जारी किए गए थे.

जब छोटे नोटों की आपूर्ति सुचारू हो गई तो 2018-19 में 2000 के नोटों को छापना बंद कर दिया गया. आरबीआई के अनुसार, 2000 के 89% नोट मार्च 2017 से पहले जारी किए गए थे.

आरबीआई अपनी क्लीन नोट पॉलिसी के तहत नोटों को बंद करती है या नए नोट जारी करती है.

नोटबंदी के बाद सामने आया था 2000 का नोट

नवंबर 2016 में एक रात अचानक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पांच सौ और हज़ार रुपए के नोट बंद करने की घोषणा कर दी. फिर सरकार गुलाबी रंग का दो हज़ार रुपए का नया बड़ा नोट लेकर आई थी.

8 नवंबर की उस रात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी की घोषणा करते हुए कहा था कि रात 12 बजे के बाद से पांच सौ और हज़ार रुपए के नोट बंद हो जाएंगे और इनकी जगह भारतीय रिज़र्व बैंक दो हज़ार रुपए और पांच सौ रुपए के नए नोट जारी करेगी.

हालांकि बीते सालों में 500 का नोट तो ख़ूब चला लेकिन एटीएम और बैंकों में 2000 के नोटों की किल्लत पर सवाल उठते रहे.

साल 2021 में तत्कालीन वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने बताया था कि आरबीआई ने साल 2019 और 2020 में दो हज़ार रुपए के नए नोट छापे ही नहीं हैं.

वहीं अनुराग ठाकुर ने साल 2020 में कहा था, “मार्च 2019 में 329.10 करोड़ रुपए क़ीमत के दो हज़ार रुपए के नोट बाज़ार में चल रहे थे. वहीं मार्च 2020 में इनकी क़ीमत कम होकर 273.98 करोड़ रुपए रह गई.”

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