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मौत की कगार पर थी मह‍िला, डॉक्‍टर भी मान चुके थे हार…पालतू कुत्‍तों ने ऐसे बचाई जान

Britain की रहने वाली लुसी हम्फ्री को कुछ दिन पहले ही किडनी की समस्या आई थी। बचने के लिए सिर्फ किडनी ट्रांसप्लांट ही उपाय था।

लूसी ने हामी भर दी

इंटरनेशनल डेस्क: ब्रिटेन की रहने वाली लुसी हम्फ्री को कुछ दिन पहले ही किडनी की समस्या आई थी। बचने के लिए सिर्फ किडनी ट्रांसप्लांट ही उपाय था। लूसी ने हामी भर दी, लेकिन किडनी डोनर नहीं मिल रहा था क्‍योंकि हम्‍फ्री को जिस मैच की किडनी चाह‍िए थी वह 2.2 करोड़ लोगों में से किसी एक का ही होता है। हम्फ्री जिंदगी के अंतिम दिन गिन रही थीं। दिनभर वह अपने पालतू कुत्तों जेक और इंडी के साथ बिताती थीं।

एक दिन वह दोनों को लेकर समुद्र के किनारे गई थीं, तभी इंडी सूंघते-सूंघते एक महिला के पास पहुंच गया। हम्फ्री बुलाती रहीं लेकिन वह महिला को छोडऩे के लिए तैयार नहीं था। हम्फ्री वहां गईं और केटी जेम्स नाम की इस महिला से माफी मांगी। यहीं से दोनों के बीच बातचीत शुरू होने लगी। तभी हम्फ्री ने अपनी बीमारी के बारे में जेम्स को बताया।

जेम्स ने लुसी को कहा कि उनको अपनी किडनी दान देनी है और हाल ही में उन्होंने इसके लिए रजिस्टर्ड भी कराया है। इसके बाद दोनों महिलाएं अस्पताल पहुंचीं। अक्तूबर में ट्रांसप्लांट हुआ और अब वह पूरी तरह ठीक हो गई हैं। वहीं जेम्‍स ने कहा, मैं वास्तव में भाग्यशाली महसूस करती हूं कि मुझे लूसी की जान बचाने का मौका मिला। उन्होंने कहा कि वह डॉग वाकई खूबसूरत है जिन्होंने अपनी मालकिन को बचाया।

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