Rajsthan’CM अशोक गहलोत के ओएसडी लोकेश शर्मा फोन टैपिंग मामले में पूछताछ के लिए सोमवार को दिल्ली पुलिस के सामने पेश हुए। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि शर्मा ने दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच के सामने पेशी दी।
सीएम गहलोत के विशेषाधिकारी से लगभग चार से पांच घंटे तक पूछताछ हुई। लोकेश शर्मा ने कहा- मैं छठी बार जांच के लिए पेश हो रहा हूं। दिल्ली पुलिस ने मुझसे 4-5 घंटे पूछताछ की। मैंने दिल्ली पुलिस को उसके सवालों के जवाब दिए। मैं सहयोग कर रहा हूं। हमने इस एफआईआर को रद्द करने के लिए रिट लगाई है। इस पर 20 फरवरी को सुनवाई होगी।
मालूम हो कि दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने भी इस मामले में दिल्ली उच्च न्यायालय का रुख किया था। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने आवेदन दाखिल कर शर्मा के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई पर से रोक हटाने का अनुरोध किया था। लोकेश शर्मा ने भी हाईकोर्ट में एफआईआर रद करने की गुहार लगाई है। क्राइम ब्रांच की अर्जी और प्राथमिकी रद्द करने संबंधी शर्मा की ओर से दाखिल याचिका पर 20 फरवरी को दिल्ली उच्च न्यायालय में सुनवाई होनी है। अब सुनवाई से कुछ ही दिन पहले पूछताछ की घटना हुई है।
मालूम हो कि जोधपुर से भाजपा के सांसद और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने 25 मार्च 2021 को दिल्ली पुलिस में लोकेश शर्मा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। इसमें आपराधिक साजिश, आपराधिक विश्वासघात और गैरकानूनी रूप से टेलीग्राफिक सिग्नल (टेलीफोनिक बातचीत) को बाधित करने के आरोप लगाए गए थे। वहीं लोकेश शर्मा ने इस प्राथमिकी रद्द करने की मांग करते हुए दिल्ली हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था।
दिल्ली हाईकोर्ट ने 3 जून, 2021 को लोकेश शर्मा के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई पर अंतरिम रोक लगा दी थी, जो अब भी जारी है। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने सीआरपीसी की धारा 41.1 (ए) के तहत शर्मा को छठा नोटिस जारी किया था। वह दो बार 6 दिसंबर 2021 और 14 मई 2022 को अपराध शाखा के समक्ष पूछताछ के लिए पेश हो चुके हैं। पिछले महीने दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने दिल्ली उच्च न्यायालय में एक आवेदन दाखिल किया था, जिसमें दंडात्मक कार्रवाई पर रोक को रद्द करने की मांग की गई थी।