कनाडा में खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के पीछे भारतीय एजेंटों का हाथ होने का दावा करने के बाद दोनों देशों के बीच पैदा हुए राजनयिक तनाव को कम करने की कोशिश के बीच कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने रविवार को नवरात्र के अवसर पर हिंदू समुदाय को अपनी शुभकामनाएं देते हुए कहा कि उनकी सरकार भारत के साथ घनिष्ठ संबंध बनाने के लिए प्रतिबद्ध है.
पीएम ट्रूडो ने अपने आधिकारिक ‘एक्स’ हैंडल से पोस्ट किया, “नवरात्र की शुभकामनाएं! मैं हिंदू समुदाय के सदस्यों और इस त्योहार को मनाने वाले सभी लोगों को अपनी हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं.” कनाडाई पीएम द्वारा जारी एक आधिकारिक प्रेस बयान में कहा गया है कि अगले नौ रातों और 10 दिनों में, कनाडा और दुनिया भर में हिंदू समुदाय के सदस्य नवरात्र मनाने के लिए इकट्ठा होंगे.
बयान में कनाडाई पीएम के हवाले से आगे कहा गया, “नवरात्रि हिंदू आस्था में सबसे महत्वपूर्ण और पवित्र त्योहारों में से एक है, जो भैंस के सिर वाले राक्षस महिषासुर पर देवी दुर्गा की जीत और बुराई पर अच्छाई की विजय की याद दिलाता है. इसे अक्सर स्त्री शक्ति के उत्सव के रूप में देखा जाता है. यह समय दोस्तों एवं परिवार के लिए एक साथ आने और प्रार्थना करने के साथ ही आनंदमय प्रदर्शन, विशेष भोजन और आतिशबाजी के साथ सदियों पुरानी परंपराओं का सम्मान करने का है.”
जस्टिन ट्रूडो ने इस उत्सव को हिंदू समुदायों की संस्कृति के बारे में ज्ञान प्राप्त करने और कनाडा में उनके योगदान को पहचानने का अवसर भी बताया. उन्होंने कहा, “सभी कनाडाई लोगों के लिए, नवरात्र हिंदू समुदायों के समृद्ध इतिहास और संस्कृति के बारे में अधिक जानने और कनाडा के सामाजिक, सांस्कृतिक और आर्थिक ढांचे में उनके अमूल्य योगदान को पहचानने का अवसर भी प्रदान करती है. आज के उत्सव हमें याद दिलाते हैं कि विविधता कनाडा की सबसे बड़ी ताकतों में से एक है.”
बयान में उनके हवाले से आगे कहा गया, “मैं अपने परिवार और कनाडा सरकार की ओर से इस साल नवरात्र मनाने वाले सभी लोगों को शुभकामनाएं देता हूं.” इससे पहले, नामित आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नून के कथित तौर पर हमास का समर्थन करने और कनाडा सहित जी7 देशों में भारतीय वाणिज्य दूतावासों के खिलाफ धमकियां जारी करने के हालिया बयानों पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए, हिंदू समुदाय ने ट्रूडो सरकार से खालिस्तानी नेता के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करने का अनुरोध किया था.
दरअसल, कनाडा में 18 जून को खालिस्तानी चरमपंथी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के पीछे कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने पिछले महीने भारत सरकार के एजेंटों का हाथ होने की आशंका जताई थी, जिसके बाद दोनों देशों के बीच संबंधों में तनाव आ गया. हालांकि भारत ने ट्रूडो के इन आरोपों को खारिज कर दिया था.