इस समय भारत में भीषण गर्मी पड़ रही है जिसके चलते कारों और बाइक्स के इंजन आग लगने की घटनाएं आम हो जाती है. हाल ही में राजस्थान के जयपुर में Mahindra XUV 700 कार में आग लगने की घटना सामने आई है.
इस घटना के तहत बीच सड़क में ही यह एसयूवी आग का गोला बन गई. हालांकि समय रहते यात्री कार से बाहर आ गए जिससें उनकी जान बच गई. ऐसे ही कई और भी मामले सामने आए हैं जिसमें चलते हुए वाहनों में आग लगने की घटनाए देखने को मिली हैं.
वैसे तो वाहनों में आग लगने के कई कारण हो सकते हैं, मसलन, फ्यूल लीक, शॉर्ट सर्किट या बैटरी आदि. लेकिन चलती हुई गाड़ी में इंजन ओवरहीट होने की समस्या आम है, जिसे यदि समय रहते नहीं रोका जाए तो चलती हुई गाड़ी में आग लग सकती है. ऐसे में हम आपको अपने इस लेख में कुछ ऐसे ही ख़ास उपायों के बारे में बता रहे हैं. जिससे आप इंजन के ओवरहीट होने पर भविष्य में होने वाली किसी भी दुर्भाग्यपूर्ण घटना को टाल सकते हैं.
ये है इंजन ओवरहीट होने के संकेत—
— फ्रंट बोनट या उसके नीचे से धुआं या भाप निकलना.
— डैशबोर्ड या ड्राइवर कंसोल में तापमान बढ़ना.
— इंजन का टेंप्रेचर गेज “H” तक बढ़ जाना या गेज के रेड एरिया में चले जाना.
— कार के सामने से निकलने वाली अजीब या जलने की गंध, विशेष रूप से हुड के पास.
— कूलेंट के रिसाव से उठने वाली गंध.
कार में जरूर रखें यह सामान—
— छोटा, बेसिक टूल किट
— तौलिया
— दस्तानें
— कूलेंट का 1 गैलन (एंटीफ्ऱीज़र लिक्विड और पानी)
1)- हीटर चालू करें
ड्राइविंग के समय यदि आपको लगे कि इंजन ओवरहीट हो रहा है तो सबसे पहले आप कार का हीटर ऑन करें. यह इंजन के कूलिंग सिस्टम पर लोड को कम करते हुए, इंजन की गर्मी को पैसेंजर कंपार्टमेंट में भेजता है. कुछ परिस्थितियों में, यह ओवरहीटिंग को इंजन कंपार्टमेंट से दूर करने के लिए पर्याप्त हो सकता है.
2)- बंद करें गाड़ी का इंजन
यदि हीटर ऑन करने के बाद भी ओवरहीटिंग कम नहीं हो रही है तत्काल कार का इग्निशन (इंजन) ऑफ करें. ये इंजन को ठंडा करने का सबसे सरल उपाय है.
3)- इंतजार करें
यदि आपके पास रोड साइड असिस्टेंस की सुविधा नहीं है और मौके पर कोई मदद नहीं मिल रही है तो बेहतर होगा कि आप कार के बाहर रहकर ही इंतजार करें. आमतौर पर इंजन को ठंडा होने में 15 से 20 मिनट का वक्त लगता है.
4)- कूलेंट का इस्तेमाल
अलगे स्टेप के लिए आपके पास कुछ जरूरी टूल और एक्स्ट्रा कूलेंट का होना बेहद आवश्यक है.
5)- सर्विस स्टेशन पर जाएं
हालांकि, कूलेंट डाल देना सिर्फ एक टेम्परेरी उपाय है. इसलिए कूलेंट डालने के बाद तत्काल अपने वाहन को सर्विस स्टेशन लेकर जाएं और एक पेशेवर को आपकी कार के कूलेंट सिस्टम की जांच करवाएं.