इजरायल और हमास में जंग का आज 17वां दिन है. इजरायल के हमले से गाजा में अब तक 4 हजार 651 लोगों की मौत हो चुकी है. जबकि चरमपंथी संगठन हमास के हमले से इजरायल के 1,405 लोगों की मौत होने की पुष्टि हो चुकी है.
इस बीच राहत का सामान ले जाने वाले 14 ट्रकों वाले एक दूसरे काफिले को गाजा में जाने की अनुमति दी गई. अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी और इटली के नेताओं ने एक संयुक्त अपील में इजरायल के आतंकवाद के खिलाफ खुद की रक्षा करने के अधिकार के लिए अपना समर्थन दोहराया. साथ ही इन देशों ने अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून का पालन करने की भी अपील की.
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन द्वारा कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्ज, इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक से फोन पर बातचीत करने के बाद व्हाइट हाउस ने रविवार को एक संयुक्त बयान जारी कर यह बात कही. डच प्रधानमंत्री मार्क रूट और फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने घोषणा की है कि वे अगले हफ्ते इजरायल का दौरा करेंगे.
वहीं इजरायल की सेना ने कहा कि उसके विमान ने लेबनान के अंदर दो हिजबुल्लाह सेल पर हमला किया था, जो इजरायली इलाके की ओर टैंक रोधी मिसाइलें और रॉकेट लॉन्च करने की योजना बना रहे थे. हमास के लड़ाकों के इजरायल पर सात अक्टूबर को हमला किए जाने के बाद से दोनों पक्षों में जंग जारी है. इजराइल ने वर्ष 2007 से गाजा पट्टी पर हुकूमत कर रहे हमास के खिलाफ बड़े पैमाने पर जवाबी हमले शुरू किए हैं. अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, कनाडा और इटली के नेताओं ने शनिवार को दो अमेरिकी बंधकों की रिहाई का स्वागत करते हुए बंधक बनाए गए बाकी लोगों को भी तत्काल छोड़ने की अपील की.